पीएनबी घोटाला / मेहुल से जेटली की मिलीभगत, कानूनी सेवाओं के लिए उनकी बेटी को 24 लाख रुपए मिले थे: कांग्रेस
नई दिल्ली. कांग्रेस ने सोमवार को मेहुल चौकसी द्वारा किए गए पीएनबी घोटाले में वित्त मंत्री अरुण जेटली की मिलीभगत होने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने दावा किया कि चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड जेटली की बेटी सोनाली और दामाद जयेश बख्शी की फर्म से कानूनी सेवाएं ले रही थी।
इसके लिए जेटली की बेटी को चौकसी की कंपनी से 24 लाख रुपए मिले थे। जेटली ने बेटी और दामाद के हितों को देखते हुए कार्रवाई करने की बजाय चौकसी को विदेश भगाने में मदद की। उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने दावा किया कि सीबीआई ने चौकसी के खिलाफ बैंक घोटाले में इस साल 31 जनवरी को पहली प्राथमिकी दर्ज की। 20 फरवरी को जेटली की बेटी और दामाद की फर्म ने चुपचाप 24 लाख रुपए वापस गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के खाते में जमा करा दिए। पायलट ने कहा- जेटली देश के वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के केंद्रीय मंत्री है। इसके बावजूद उनकी बेटी और दामाद ने मेहुल की घोटालेबाज कंपनी का काम हाथ में लिया और बदले में बड़ी रकम हासिल की। इससे साफ होता है कि चौकसी के घोटाले की जानकारी वित्तमंत्री को थी।
पीएनबी घोटाले में आरोपी है मेहुल मेहुल चौकसी, नीरव मोदी के साथ 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले में आरोपी है। इस मामले में सीबाआई और प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रही हैं। नीरव और चौकसी पर 2011 से 2018 के बीच फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) के जरिए विदेशी खातों में रकम ट्रांसफर करने का आरोप है। मेहुल फिलहाल एंटीगुआ में रह रहा है। सीबीआई उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में है।