मध्यप्रदेश नगर निगम चुनाव: भाजपा को बड़ा नुकसान, पहली बार इतनी साटे जीती कांग्रेस के खेमे में जश्न
मध्यप्रदेश नगर निगम चुनाव: भाजपा को बड़ा नुकसान, पहली बार इतनी साटे जीती कांग्रेस के खेमे में जश्न

मध्य प्रदेश में नगर निगम चुनाव बीजेपी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. 16 में सात सीटें बीजेपी ने गवां दी हैं. वहीं, कांग्रेस को पांच सीटों का फायदा हुआ है. कई ऐसी जगहें हैं जहाँ कांग्रेस ने पहली बार जीत दर्ज की है. इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का क्षेत्र माना जाने वाला ग्वालियर भी शामिल है. वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के क्षेत्र मुरैना में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है. इसके अलावा जबलपुर, रीवा, छिन्दवाड़ा में भी कांग्रेस को जीत मिली है. एक सीट पर आम आदमी पार्टी जीती है, जबकि एक पर निर्दलीय को जीत मिली है. इन चुनाव परिणामों के बीच कांग्रेस खेमे में जश्न का माहौल है. कांग्रेस के पास अभी तक नगर निगम की एक भी सीट नहीं थी. मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने परिणामों को ‘‘उत्साहजनक’’ बताया.
दूसरे दौर की मतगणना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने देवास और रतलाम जबकि कांग्रेस ने रीवा और मुरैना में महापौर सीट पर विजय हासिल की. वहीं, कटनी महापौर का पद एक निर्दलीय प्रत्याशी के खाते में गया. प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतगणना बुधवार सुबह नौ बजे शुरु हुई. रीवा में महापौर पद के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार अजय मिश्रा बाबा ने भाजपा उम्मीदवार प्रमोद व्यास को 10,301 मतों के अंतर से पराजित किया. 1999 से मध्य प्रदेश में महापौर पद के लिए प्रत्यक्ष चुनाव की शुरुआत के बाद से रीवा में महापौर पद के लिए कांग्रेस की यह पहली जीत है. कई ऐसी जगहें हैं जहाँ कांग्रेस ने दशकों बाद या पहली बार जीत दर्ज की है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले मध्य प्रदेश की सभी 16 नगर निगमों पर भाजपा का कब्जा था. इस चुनाव के बाद भाजपा को कुल सात सीट पर नुकसान उठाना पड़ा है. कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन काफी सुधार किया है.
मुरैना में महापौर पद पर कांग्रेस की शारदा सोलंकी ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की मीना मुकेश जाटव को 14,631 मतों के अंतर से पराजित किया. यह नगर निगम मुरैना लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर करते हैं.
देवास में भाजपा की उम्मीदवार गीता अग्रवाल ने कांग्रेस की विनोदिनी व्यास को 45,889 मतों के अंतर से हराया. भाजपा ने देवास की सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है.
रतलाम महापौर पद भी भाजपा ने अपने पास बरकरार रखा है. रतलाम से भाजपा के उम्मीदवार प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस के मयंक जाट को 8,591 मतों के अंतर से पराजित किया.
कटनी में महापौर पद की निर्दलीय उम्मीदवार प्रीति संजीव सूरी ने बड़ा उलटफेर करते हुए अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की ज्योति दीक्षित को 5,287 मतों के अंतर से हराया. कटनी नगर निगम, खजुराहो लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वी.डी. शर्मा करते हैं.
दूसरे चरण के तहत रतलाम, देवास, कटनी, रीवा और मुरैना के पांच नगर निगमों सहित 40 नगर पालिकाओं और 169 नगर परिषदों में 13 जुलाई को मतदान हुआ था. 43 जिलों में फैले इन स्थानीय निकायों में महापौर और पार्षद पदों के चुनाव दलीय आधार पर हुए.
पहले और दूसरे शरण के नतीजे: नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण की मतगणना गत रविवार को हुई थी. इसमें भाजपा ने सात सीट पर विजय हासिल की थी जबकि कांग्रेस ने तीन और आम आदमी पार्टी (आप) ने सिंगरौली की एक सीट पर जीत दर्ज की. मध्य प्रदेश में आप की यह पहली जीत थी. आप प्रदेश में पहली दफा नगरीय निकाय चुनाव में उतरी है. इस प्रकार, मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय के दोनों चरणों के चुनाव परिणामों के बाद कुल 16 नगर निगम के महापौर में से भाजपा ने नौ शहरों भोपाल, इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, सतना, सागर, उज्जैन, देवास और रतलाम के महापौर का चुनाव जीता. वहीं, कांग्रेस ने पांच शहरों जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, रीवा और मुरैना नगरों में महापौर का चुनाव जीता. जबकि सिंगरौली में आप और कटनी में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे.